सीहोर/भोपाल: अपने लिए तो सब जीते हैं, वास्तव में जीता वही है जो जनता, समाज और देश के लिए जीता है। ऐसा जीवन कर्ण सिंह वर्मा जी ने जीया है। आपकी प्रतिष्ठा और मान को इन्होंने निरंतर बढ़ाने का काम किया है।
मैं आपको वचन देता हूँ कि अपनी जनता की सेवा में हम कोई कसर नहीं छोड़ेंगे। आज हमने हेल्थ कैंप लगाया है। कई बार बहनें लापरवाही करती हैं, छोटी बीमारियों के बारे में बताती नहीं हैं। आज ये कैंप लगा है, सब चेकअप करवाएं, कोई बीमारी निकली, तो घबराना मत, उनका इलाज हम करवाएंगे।
बहनों और बेटियों की सेवा भगवान की पूजा है। हम बहन और बेटी में मैं देवी माँ की मूर्ति देखता हूँ। लाड़ली बहना योजना बहनों की जिंदगी बदलने की कोशिश है। लाड़ली बहना के साथ अभियान चलेगा लखपति दीदी का। हर बहन की आमदनी स्वसहायता समूह के मध्यम से बढ़ाना है और गरीब बहन को लखपति दीदी बनाना है। लखपति दीदी का मतलब है साल में एक लाख रुपये आमदनी होना चाहिए। बिना पैसों के जिंदगी नहीं बदलती।
लोगों ने मकान की बात कही थी। अभी मैंने 19 लाख मकान दिए हैं। जिनके नाम पीएम आवास योजना की सूची में नहीं थे, उन सबके नाम जुड़कर आ रहे हैं। कोई भी कच्चे मकान में नहीं रहेगा। 5 घर भी अगर कहीं समूह में बने होंगे, तो हम वहाँ भी बिजली पहुँचा कर देंगे। नर्मदा जल से बचे हुए जो शेष गाँव हैं, उनका सर्वे हो रहा है, हम वहाँ भी हम पानी देंगे। टू लेन रोड को भी हम बनवाएंगे।
मैंने देवी लोक की बात की थी, इस संकल्प को भी पूरा करेंगे। सीएम राइज स्कूल हमने झागरिया में बनवाया। आगे हमारे जो बच्चे मेधावी होंगे, उनकी पढ़ाई में आगे बढ़ाने में हम कोई कसर नहीं छोड़ेंगे। दुनिया में प्रेम से बड़ी कोई चीज नहीं है, इस प्रेम के कारण यहाँ ये कार्यक्रम किया है। टीबी से सीहोर जिले को मुक्त करना है, इस बीमारी को समाप्त करना है। हम टीबी का व्यापक पैमाने पर सर्वे करेंगे। टीबी के मरीज इस बीमारी से मुक्त होंगे। दवाई मुफ़्त दी जाएगी।
किसानों ने कहा कि भारी बारिश के कारण सोयाबीन में नुकसान हुआ है, पूरी गंभीरता से सरकार से सर्वे के बाद लाभ दिलवाने का काम करेंगे। 32 सड़कें पीएम ग्राम सड़क योजना में इछावर विधानसभा में स्वीकृत हुई हैं, इनको भी हम पूरा करने का काम करेंगे। हम नेता नहीं, आपके परिवार के सदस्य हैं। इस परिवार की बेहतर से बेहतर सेवा करेंगे।
और हाँ बच्चों के खेल कूद के लिए सांसद खेल महोत्सव 25 तारीख से शुरू होने वाला है। बच्चों के लिए ही नहीं, बूढ़े भी खेलना चाहें, तो वो भी खेल सकते हैं।








