
नई दिल्ली: केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान किसानों की सेवा को भगवान की सेवा मानते हैं। उनकी आय को दोगुना करने के प्रयासों की चर्चा करते हुए गेहूं और धान ही नहीं, फलों-फूलों की खेती संग पशुपालन को बढ़ावा देने को जरूरी बताते हैं।
पथरदेवा स्थित आचार्य नरेंद्र देव इंटर कॉलेज में आयोजित दो दिवसीय कृषि मेले में जुटे किसानों को संबोधित कर रहे कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि हमारा देश धन धान्य से भरा पड़ा है। हमको फसलों का उत्पादन बढ़ाना है। प्राकृतिक खेती को अपनाकर आने वाली पीढि़यों के लिए भी धरती और माटी की सुरक्षा करें।
इसके लिए अधिक उर्वरक और कीटनाशक दवाओं के प्रयोग से बचना होगा। हमारे देश में ज्यादातर किसानों के पास छोटे-छोटे खेत हैं। केवल गेहूं और धान की खेती ही नहीं, बल्कि फलों, फूलों के साथ-साथ पशुपालन को भी बढ़ावा देना जरूरी है।
उन्होंने कहा कि अमेरिका द्वारा टैरिफ जैसी धमकियों के आगे मोदी सरकार झुकी नहीं, बल्कि अपने किसानों के बल पर मजबूती से डटी रही। कार्यक्रम को केंद्रीय राज्यमंत्री कमलेश पासवान, उप्र के कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही, राज्यमंत्री विजय लक्ष्मी गौतम ने भी संबोधित किया।
इसके पूर्व गोरखपुर के चौरीचौरा, डुमरी खुर्द में मंच से उतरकर खाट पर चौपाल लगाकर बैठे कृषि मंत्री ने किसानों से संवाद किया। कहा कि किसान अन्नदाता ही नहीं, भारत का आत्मा हैं। कृषि हमारी अर्थव्यवस्था की रीढ़ है। उन्होंने किसानों को समर्थन मूल्य में हुई वृद्धि की जानकारी दी।
उन्होंने कहा कि सरकार किसानों की आय बढ़ाने के लिए पीएफओ (फार्मर प्रोड्यूसर आर्गनाइजेशन) को प्रोत्साहित कर रही है ताकि हजारों किसान एक साथ मिलकर अपनी आर्थिक शक्ति बढ़ा सकें। कृषि मंत्री ने बच्चों का अन्नप्राशन कराने के बाद चौरीचौरा के बलिदानियों को नमन किया।
सोर्स: जागरण
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